hindi kahani for kids
मुसीबत का सामना कैसे करे एक प्रेरक हिन्दी कहानी
मूर्ख बातूनी कछुवा : पंचतंत्र की कहानी
गीदड़ गीदड़ ही रहता है : पंचतंत्र की कहानी
प्रेमचन्द के समान ही विश्वम्भर नाथ शर्मा कौशिक की कहानियाँ में आदर्श और
इनकी कहानियों में मध्यमवर्गीय समाज के व्यक्तियों का विश्लेषण मिलता है। इनकी
प्रभावित होती रही। इसकी इसी विकास यात्रा पर हम इस इकाई में गहनता से विचार
बूढा आदमी, युवा पत्नी और चोर : पंचतंत्र की कहानी
चाव से सुनते और सुनाते थे। इनके अतिरिक्त, पुराण, रामायण, महाभारत, पन्चतंत्र, बेताल पच्चीसी, जातक कथाएँ आदि कई प्राचीन ग्रन्थ इन कहानियों का आदि स्रोत
हिन्दी की प्रथम कहानी न मानने के पीछे उसमें कहानी तत्वों का अभाव है। इसके
से गद्य की विधा है। जो समय-समय पर अनेक विचारों वादों और साहित्य आन्दोलनों से
इस युग के अन्य कहानिकारों की कहानियों में कम मिलती हैं। इनकी प्रसिद्ध कहानियों
था। हिन्दी कहानी के इस विकास पर हरी दृष्टि डालने के लिए हमें हिन्दी कहानी के
झोंपड़े के द्वार पर बाप और बेटा दोनों एक बुझे हुए अलाव के सामने चुपचाप बैठे हुए थे और अंदर बेटे की जवान बीबी बुधिया प्रसव-वेदना में पछाड़ खा रही थी। रह-रहकर उसके मुँह से ऐसी दिल हिला देने वाली आवाज़ निकलती थी, कि दोनों कलेजा थाम लेते थे। जाड़ों की रात प्रेमचंद